पुस्तक दान- एक अभियान
प्यारे विद्यर्थियो जैसा कि आप सभी को जनवरी और फरवरी माह में अवगत कराया गया था कि यदि आप अपनी पाठ्य पुस्तक उपहार स्वरूप ज़रुरत मंद विद्यार्थी को देना चाहते हैं तो 2 अप्रैल को पुस्तको उपहार कार्यक्रम किया जायेगा उसमे भाग ले सकते है।
परंतु लॉक डाउन की परिस्थिति में अब सभी विद्यार्थी अपनी पिछली कक्षा की पुस्तकें अपने साथी या जानकारी में जो भी बच्चा हों, जिसे आपकी पुस्तकों की आवश्यकता हो, उसे अपनी पुस्तके उपहार में अच्छे से कवर चढ़ा कर अपने माता पिता के माध्यम से सामाजिक दूरी का ध्यान रखते हुए उपहार स्वरूप दें सकते हैं लेकिन ध्यान रखें पुस्तकें लेने अथवा देने के बाद 6-7 दिनो तक उनकों एक अलग जगह पर रख दे ताकि आप कोरोना से संक्रमण से बच सके ।
स्कूल खुलने पर अपने कक्षा अध्यापक को इस बारे में लिख कर अवगत करवाने हेतु आप अभी लोकडाउन में एक ग्रह कार्य कर रख लें ।
ग्रह कार्य: अपने प्राचार्य /कक्षा अध्यापक को आप द्वारा अपनी पुरानी परंतु अच्छी पाठ्य पुस्तकों को उपहार स्वरूप किसी जरूरतमंद विद्यार्थी को देने या लेने के बाद एक पत्र/ रिपोर्ट/डायरी/निबंध .....लिख कर अवगत करने हेतु A4 कागज पर लिख कर रखें ।
नोट: कितनी पुस्तकें आपने उपहार में दी एवं / या कितनी आपने प्राप्त की को विषय बनाये ।
पुस्तक उपहार से पर्यावरण, समाज, नैतिक मूल्यों एवम कोरोना हिदायतों का अनुशरण आदि पर होने वाले प्रभाव का भी जिक्र करें।
प्रिय छात्रों दिये गए लिंक पर जाकर पुस्तकोपहार से संबंधित जानकारी अवश्य उपलब्ध कराएं Click here
प्रियंका परेता
पुस्तकालय अध्यक्ष
केन्द्रीय विद्यालय क्रमांक 1 जोरहाट
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