Friday, July 30, 2021

Birth anniversary of Munshi Premchand is celebrated on 31 July

 Birth Anniversary of Munshi Premchand is celebrated on 31 July

The birth anniversary of Munshi Premchand, a great novelist and  storyteller, is celebrated on 31 July every year. Premchand’s stories confront the truth of the society and underlines the importance of truth, justice and loyalty. His stories aimed to create awareness among the public about national and social issues.

Munshi Premchand:
Premchand was born on 31st July 1880 in Lamhi Village near Varanasi. Munshi has written more than 250 short stories, number of essays and novels under the name Premchand.
Godaan is his last and most popular novel. He wrote it in 1936. Premchand’s works were a reflection of the reality in society tells  the problems of the poor and the urban middle-class.
Premchand had a rationalist approach towards religion. The writer largely influenced by Mahatma. He brought to light some of the most prominent problems faced by the country at the time. Premchand was a teacher for many years and he joined the non-cooperation movement led by Mahatma Gandhi in the 1920. Due to recurring illness, he passed away on October 8, 1936.

His writings:
Most of his writing are under the topic like corruption, child widowhood, prostitution, feudal system, poverty, colonialism. His famous writing are Premashram, Nirmala, Karmabhumi, Rangabhumi, Kafan, Godaan.

On the Occasion of 141th Birth Anniversary of  Munshi Premchand  31st July We are organizing 

E-books Exhibition of Munshi PremchandFor the school students e-books Exhibition of Munshi Premchand are conducted through this library blog:

E-books Exhibition of Munshi Premchand 


                      



 

Sunday, July 25, 2021

कारगिल विजय दिवस पर विशेष


कारगिल विजय दिवस पर विशेष


26 जुलाई 2021: 🔅कारगिल विजय दिवस स्वतंत्र भारत के सभी देशवासियों के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण दिवस है। भारत में प्रत्येक वर्ष 26 जुलाई को यह दिवस मनाया जाता है। इस दिन भारत और पाकिस्तान की सेनाओं के बीच वर्ष 1999 में कारगिल युद्ध हुआ था जो लगभग 60 दिनों तक चला और 26 जुलाई के दिन उसका अंत हुआ और इसमें भारत विजय हुआ। कारगिल विजय दिवस युद्ध में शहीद हुए भारतीय जवानों के सम्मान हेतु यह दिवस मनाया जाता है।
कारगिल विजय दिवस हर साल कारगिल के द्रास क्षेत्र में मनाया जाता हैं. साथ ही यह हमारे देश की राजधानी नयी दिल्ली में भी मनाया जाता हैं, यहाँ इंडिया गेट के अमर जवान ज्योति स्थल पर देश के भावी प्रधानमंत्री हर साल देश के बहादुर सैनिकों को श्रद्धांजलि देते हैं. देश में विभिन्न स्थानों पर स्मरण उत्सव भी मनाये जाते हैं, जिनमें सेनाओं के योगदान और बलिदान को याद किया जाता हैं और उन्हें सम्मानित किया जाता हैं.
26 जुलाई 1999 को भारत ने कारगिल युद्ध में विजय हासिल की थी। इस दिन को हर वर्ष विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है। करीब दो महीने तक चला कारगिल युद्ध भारतीय सेना के साहस और जांबाजी का ऐसा उदाहरण है जिस पर हर देशवासी को गर्व होना चाहिए। करीब 18 हजार फीट की ऊँचाई पर कारगिल में लड़ी गई इस जंग में देश ने लगभग 527 से ज्यादा वीर योद्धाओं को खोया था वहीं 1300 से ज्यादा घायल हुए थे। युद्ध में २७०० पाकिस्तानी सैनिक मारे गए और २५० पाकिस्तानी सैनिक जंग छोड़ के भाग गए।
 कारगिल विजय दिवस के 22 साल पूरे हो गए। 26 जुलाई 1999 को कारगिल युद्ध में भारत को विजय मिली थी, इस वजह से हर साल 26 जुलाई को कारगिल विजय दिवस मनाया जाता है। 1999 में करगिल की पहाड़ियों पर पाकिस्तानी घुसपैठियों ने कब्जा जमा लिया था, जिसके बाद भारतीय सेना ने उनके खिलाफ ऑपरेशन विजय चलाया। ऑपरेशन विजय 8 मई से शुरू होकर 26 जुलाई तक चला था। 

“ भारतीय सेना द्वारा द्रास में स्थित कारगिल वार मेमोरियल का मुख्य प्रवेश द्वार ”

प्रारम्भ में इसे घुसपैठ मान लिया था और दावा किया गया कि इन्हें कुछ ही दिनों में बाहर कर दिया जाएगा। लेकिन नियंत्रण रेखा में खोज के बाद और इन घुसपैठियों के नियोजित रणनीति में अंतर का पता चलने के बाद भारतीय सेना को अहसास हो गया कि हमले की योजना बहुत बड़े पैमाने पर किया गया है। इसके बाद भारत सरकार ने ऑपरेशन विजय नाम से 2,00,000 सैनिकों को भेजा। यह युद्ध आधिकारिक रूप से 26 जुलाई 1999 को समाप्त हुआ। इस युद्ध के दौरान 550 सैनिकों ने अपने जीवन का बलिदान दिया और 1400 के करीब घायल हुए थे ।

वीरता पुरस्कार से सम्मानित हुए जवान

* अठारहवीं बटालियन, द ग्रेनेडियर्स के सैनिक ग्रेनेडियर योगेन्द्र सिंह यादव (Grenadier Yogendra Singh Yadav) को परमवीर चक्र से नवाजा गया.
* प्रथम बटालियन, 11 गोरखा राइफल्स के लेफ्टीनेंट मनोज कुमार पांडे (Lieutenant Manoj Kumar Pandey) को मरणोपरांत परमवीर चक्र दिया गया.
* तेरहवीं बटालियन, जम्मू कश्मीर राइफल्स के कैप्टन विक्रम बत्रा (Captain Vikram Batra) को मरणोपरांत परमवीर चक्र से नवाजा गया.
* तेरहवीं बटालियन, जम्मू कश्मीर राइफल्स के राइफलमैन संजय कुमार (Rifleman Sanjay Kumar) को परमवीर चक्र दिया गया.
* 17 जाट रेजीमेंट के कैप्टन अनुज नायर (Captain Anuj Nayyar) को मरणोपरांत महावीर चक्र से सम्मानित किया गया.
* 18 ग्रेनेडियर्स के मेजर राजेश सिंह अधिकारी (Major Rajesh Singh Adhikari) को मरणोपरांत महावीर चक्र दिया गया.
* 11 राजपुताना राइफल्स के कैप्टन हनीफ उद्दीन (Captain Haneef-u-ddin) को मरणोपरांत वीर चक्र से नवाजा गया.
* वन बिहार रेजिमेंट के मरियप्पन सरवन (Major Mariappan Saravanan) को मरणोपरांत वीर चक्र से सम्मानित किया गया.
* भारतीय वायु सेना के स्क्वाड्रन लीडर अजय आहूजा ( Squadron Leader Ajay Ahuja) को मरणोपरांत वीर चक्र दिया गया.
* जम्मू कश्मीर पैदल सेना की 8वीं बटालियन के सैनिक हवलदार चुन्नी लाल (Hawaldar Chuni Lal) को वीर चक्र और सेना पदक दिया गया. वह 2007 में आतंकियों से मुठभेड़ के दौरान शहीद हो गए थे. जिसके बाद उन्हें नायब सूबेदार के रूप में मरणोपरांत अशोक चक्र भी नवाजा गया.
            Kargil Vijay Diwas Quiz 


Friday, July 23, 2021

Tokyo Olympics 2021

 

Tokyo Olympics 2021


LET'S CHEER FOR INDIA!

To support, cheer and share the passion of our Indian squad, MyGov is delighted to announce many fun online activities for you, all surrounding the Tokyo Olympics.

Your support and cheer will definitely help our players level up and win numerous medals for INDIA!

Now get up and going - 
let's #Cheer4India, let's cheer for sports!
Ongoing Activities
Quiz
Road To Tokyo 2020 Quiz


Friday, July 2, 2021

International Plastic Beg Free Day

 International Plastic Beg Free Day 3rd July 2021


On July 3, when you go to the grocery store take a cloth or paper bag with you because it is International Plastic Bag Free Day.
International Plastic Bag Free Day is also known as International Bag Free Day.
Created by Bag Free World, a “global initiative that aims to eliminate the use of single-use plastic bags,” International Bag Free Day is an unofficial holiday that promotes environmental conservation by encouraging people to reject plastic bags. The holiday also raises awareness of the harm that plastic bags do to nature and to animals and marine life.

How to Celebrate?
Say no to single-use plastic bags.
Take your own cloth or paper bag when you go shopping. Not only will you be saving money – several grocery stores give discounts for patrons bringing in their own bags, you will also be helping to save the environment.
If you are crafty, make your own bag and carry it with style.
Volunteer your time or money with an environmental organization that works on cleaning water and landmasses of plastic bags.
Recycle all the plastic in your house and office.
Spread the word to your family and friends.
If you are a company, why not make promotional cloth bags to give away to your clients and customers?
"STAY SAFE, STAY HOME"

Reading Week celebration

 Result of Reading Week celebration 19th to 25th June 2021

*Essay Writing Competition

First Position

SARTHAK TARATE -XC

Second Position

Momi Taid - IXC

Third Position

Khushi Kumari - IXA

*Slogan Writing Competition

 
FIRST POSITION
KABYASHREE BHORALI - VII A

     
 Second Position
Tamanna Baruah - VII A




THIRD POSITION

RITIKA THAKUR - VII A


Third Position

Deepali Das - 7B


*SHORT STORY WRITING COMPETITION

Group 1 - VI to VIII
First Position
Arnab Banerji - VI B

Second Position
Marjana M. Tamuli - VIII C 

Third Position
Kabyashree Bhorali - VII A

Group 2 - IX to XII
First Position
Nayana Payeng - XII A

Second Position
SARTHAK TARATE -X C

Third Position
Richika Yadav - XII B

*BOOK TALK COMPETITION

Group  - IX to XII


STAY SAFE STAY HOME

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